बाबुल की चिड़िया

Image
अब बाबुल की चिड़िया  बड़ी हो गई है , अकेले सफर पर  निकल पड़ी है , आज निकली हैं, अपने घोंसले से अकेली  अनजाने लोगों के बीच  नए सफर की शुरुआत हैं, थोड़ा डर है  थोड़ी झिझक है  लेकिन एक नया  आत्मविश्वास है  आप पीछे मुड़ने का  कोई सवाल नहीं  अब आगे कदम बढ़ाते जाना हैं , खुद को आने वाली कठिनाइयों से बचाना है सम्हल सम्हल कर कदम बढ़ाना हैं  सपनों को पूरा  करते जाना हैं  ना झिझकना हैं  ना डरना‌ हैं  बस विश्वास से आगे बढ़ना हैं। हौसला बुलंद रखना है 

जीवन की इस कठिन डगर में हम क्यों विचलित हो जाते हैं

 

जीवन की इस कठिन डगर में हम क्यों विचलित हो जाते हैं

इतने सारे कर्म हमारे प्रतिदिन हमको उलझाते है

ये करुँ या ना करुँ

कुछ समझ नहीं हम पाते हैं

जीवन की इस कठिन डगर में हम क्यों विचलित हो जाते हैं

जीवन का मोल समझे बिना ही कई ख़ुदकुशी कर जाते है

जीवन की इस कठिन डगर में हम क्यों विचलित हो जाते हैं

नित नए संकल्पो, कर्म बंधन में, हम खुद को उलझाते है

आने वाले की दिन की चिंता में इस पल को व्यर्थ गवाते है

जीवन की इस कठिन डगर में हम क्यों विचलित हो जाते हैं

ना जाने क्या होगा कल, ये सोच सोच पछताते है

जीवन की इस कठिन डगर में हम क्यों विचलित हो जाते हैं

विश्राम पतन है लेकिन फिर भी हम थोड़ा सुस्ताते है

परिश्रम और मेहनत के बल, यहाँ सब अपना आयाम बनाते है

जीवन की इस कठिन डगर में हम क्यों विचलित हो जाते हैं

दोस्तों ! जीवन इतना भी कठिन नहीं तुम क्यों इतना घबराते हो

चलो उठकर संघर्ष करो ! इस जीवन को सफल बनाते हैं।

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

सामना करना होगा

मेरा परिचय

अब बस....