इस देश ने हजारों वर्षों की ग़ुलामी देखी हैं ।
इस देश ने जवानों को रणभूमि में शहीद होते देखा हैं ।
इस देश ने भूख से बिलखते बच्चों की लाचारी देखी हैं ।
इस देश ने चंद पैसों के लालच में मानव को दानव बनाते देखा हैं ।
इस देश ने अपनी आन की रक्षा हेतु वीरांगनाओं को जौहर करते देखा हैं।
इस देश ने बूढ़े बाप के कंधे पर जवान बेटे का जनाजा उठते देखा हैं ।
इस देश ने एक माँ , एक बहन , एक बेटी के साथ अत्याचार होते देखा हैं।
इस देश ने एक सुहागन का सुहाग उजड़ते देखा है।
इस देश ने बहुत कुछ देखा है , पर अब यह देश बहुत कुछ कहना चाहता है -
ये देश ,कुर्बानी नहीं माँगता
ये देश वीरानी नहीं माँगता
सवा करोड़ हिन्दुस्तानियो का यह देश
सौहार्द , भाईचारा और प्रेम का वरदान माँगता हैं।।
ये देश वीरों का बलिदान नहीं चाहता
ये देश ,दुश्मनों का रक्तपात नहीं चाहता
यह तो अपने बेटे-बेटियों को
विश्व में सफलता के परचम लहराते देखना चाहता है।।
ये देश जातपात के नाम पर जंग नहीं चाहता
ये देश धर्म के नाम पर लूट पाट नहीं चाहता
विभिन्न संस्कृतियों और सभ्यताओं वाला ये देश
सर्वधर्म समभाव अमन चैन व् शांति चाहता है।।
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