बाबुल की चिड़िया

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अब बाबुल की चिड़िया  बड़ी हो गई है , अकेले सफर पर  निकल पड़ी है , आज निकली हैं, अपने घोंसले से अकेली  अनजाने लोगों के बीच  नए सफर की शुरुआत हैं, थोड़ा डर है  थोड़ी झिझक है  लेकिन एक नया  आत्मविश्वास है  आप पीछे मुड़ने का  कोई सवाल नहीं  अब आगे कदम बढ़ाते जाना हैं , खुद को आने वाली कठिनाइयों से बचाना है सम्हल सम्हल कर कदम बढ़ाना हैं  सपनों को पूरा  करते जाना हैं  ना झिझकना हैं  ना डरना‌ हैं  बस विश्वास से आगे बढ़ना हैं। हौसला बुलंद रखना है 

एक खत पिता के नाम

प्यारे पापा !! 
लोग कहते हैं मां से बड़ा सहनशील, धीरज धारण करने वाला कोई और नहीं होता क्यूंकि वो 9 महीने बच्चे को गर्भ में पालती है उसका भार उठाती हैं  | पर आज मैं कहती हूं पापा भी बड़े सहनशील होते हैं । पापा बहुत सहनशील और हिम्मत वाले होते हैं पापा कभी ज्यादा प्यार नहीं जताते पर वो सबकुछ सह जाते है |
  तुम किस मिट्टी के बने हो पापा !!
  तुम्हारी अपनी बच्चे जब तुम्हें बुरा भला कहते है तो तुम चुपचाप सुन लेते हो , सब कुछ सह जाते हो , क्यों ? 
क्यूंकि तुम्हें पता है आज तुम्हारे बच्चों को यह नहीं भान  नहीं  कि वह जो कह रहे है अपने होशो आवाज़ में नहीं | तुम समझते हो , तुम सहते हो , उनकी हर हरकत को तुम झेलते हो क्योंकि तुम नहीं भूले  कि वह तुम्हारा अंश  है|   बचपन में वो तुम्हारी ऊँगली पकड़कर ही तो चलना सीखे थे ,बचपन में तुम्हारे कंधो से ही तो  दुनिया देखी थी | कितने नाजो से पाला था तुमने |  पर आज जब वही बच्चे तुम्हारे हर किये को भूल बैठे है |फिर भी तुम चुप हो ?
कहां से लाते हो इतनी हिम्मत | दर्द , तकलीफ़ , बेज्ज़ती का हर घूंट पी जाते हो |
कहां से  लाते  हो इतनी हिम्मत पापा !!! 
भगवान का रूप हो या खुद भगवान हो ? मै नतमस्तक हूं ईश्वर की ऐसी रचना के समक्ष | मै  बारम्बार प्रणाम करती  हूँ !! 
मैं अचंभित हूँ , निरुत्तर हूँ , निःशब्द  हूँ |  कैसे करू मै बयां ,अपनी हर गलती के लिए प्रायश्चित हूँ | कभी अनजाने में कुछ कहा हो तो माफ़ करना | कभी मन ही मन तुमसे गुस्सा जताया हो तो माफ़ करना | 
आज मन भारी सा था,  तो सोचा आपने दिल का हाल बयां कर दूं | मन  हल्का हो जायेगा | पर सच में पापा तुम्हारी सहनशीलता , तुम्हारी ईश्वर में श्रद्धा का कोई  सानी  नहीं  है | तुम दुनिया के सबसे अच्छे पिता हो | आज भगवान का शुक्रिया अदा करती हूं की मुझे तुम जैसे पिता के घर जन्म दिया | दुनिया की सारी खुशियाँ तुम्हारे चरणों में समर्पित क्यूंकि तुम मेरे पिता हो मेरे सर्जनकर्त्ता हो | तुम हो इसलिए मै  हूँ , तुमसे ही मेरा वज़ूद  है | 

मुझे उस खुदा पर न सही 
पर मुझे तुम पर विश्वास है पापा !!
मुझे तुम्हारे विश्वास पर विश्वास है !
की ये बुरा वक्त  भी बीत जायेगा  
फिर से नया सवेरा आएगा !
और हमारी ज़िन्दगी को खुशियों से भर देगा !
बस पापा मुझे तुम पर विश्वास है तुम्हारे विश्वास पर यकीं है 
सबकुछ ठीक हो जायेगा !!
बस पापा पर भरोसा रखना !

                                                                                                                        || तुम्हारी बेटी || 




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