बाबुल की चिड़िया

Image
अब बाबुल की चिड़िया  बड़ी हो गई है , अकेले सफर पर  निकल पड़ी है , आज निकली हैं, अपने घोंसले से अकेली  अनजाने लोगों के बीच  नए सफर की शुरुआत हैं, थोड़ा डर है  थोड़ी झिझक है  लेकिन एक नया  आत्मविश्वास है  आप पीछे मुड़ने का  कोई सवाल नहीं  अब आगे कदम बढ़ाते जाना हैं , खुद को आने वाली कठिनाइयों से बचाना है सम्हल सम्हल कर कदम बढ़ाना हैं  सपनों को पूरा  करते जाना हैं  ना झिझकना हैं  ना डरना‌ हैं  बस विश्वास से आगे बढ़ना हैं। हौसला बुलंद रखना है 

दोस्ती

दोस्ती एक ऐसा रिश्ता जिसे हम खुद चुनते हैं।  दोस्तों खून के रिश्ते तो भगवान बनाता है , लेकिन दोस्ती ही एक ऐसा रिश्ता है जिसकी डोर हमारे हाथ में होती है। कितना हसीन रिश्ता है, दोस्ती ।
ऊंच-नीच का कोई भेदभाव नहीं।  न अमीरी गरीबी का कोई डर।  दोस्ती केवल निस्वार्थ भाव से की जाती है। यह एक ऐसी भावना है जो हमें एहसास दिलाती है कि हम अपने दोस्त के लिए कितने खास हैं या हमारे दोस्त हमारे लिए कितना खास है। दोस्तों ! दुनिया में वह इंसान सबसे अकेला है , जिसका कोई दोस्त नहीं।  क्योंकि दोस्ती ही जिंदगी है । दोस्ती जिंदगी के हसीन लम्हों की बारात  हैं। दोस्तों ! जब हम किसी को अपना दोस्त मानते हैं , तो हम उससे यह आशा रखते हैं कि वह हमारे सुख-दुख में , हमारी तकलीफ में, हमेशा हमारे साथ खड़ा होगा । भले ही सारी दुनिया हमारे खिलाफ हो , भले ही सारी दुनिया के लोग हमारी काबिलियत को,  या हमारे विचारों को ना समझे लेकिन दोस्त ऐसा इंसान होता है जो हम पर भरोसा रखता है। हम पर नाज़ रखता है। हमारे साथ होता है,  वह हमेशा हमें भावनात्मक रूप से सबल देता है कि दोस्त तुम अकेले नहीं हो। मैं हूं तुम्हारे साथ हमेशा हूं ।
अब दोस्तों यूं तो दोस्ती पर गई गाने हैं -
ये  दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे ,तोडेंगे दम मगर ,
तेरा साथ ना छोड़ेंगे ।
यारा तेरी यारी को मैंने तो खुदा माना याद रखेगी दुनिया तेरा मेरा अफसाना ।
तेरा यार हूं मैं ।
और दोस्ती की मिसाल तो हर उम्र के दौर में देखने को मिल जाती है दोस्तों बाकी सारे रिश्ते की तरह दोस्ती में भी कभी-कभी खटास आती है और आना जरूरी भी है क्योंकि ज्यादा मीठा सेहत के लिए अच्छा नहीं होता ऐसे ही दोस्ती हमेशा अच्छी हो यह जरूरी नहीं।
        कई लोगों की दोस्ती ऐसी भी होती है कि हमेशा झगड़ा हो रहा है, हमेशा एक-दूसरे को कोसते हैं लेकिन मुसीबत के वक्त वही सामने से आकर मदद कर देते यही तो है दोस्ती ।
 अगस्त में मित्रता दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया लेकिन दोस्तों केवल क्या एक दिन हमारी दोस्ती के लिए काफी है ?  नहीं ना । दोस्ती को तो हम हर दिन हर पल जीते हैं इसी जिंदादिली के साथ खुशियां मनाते रहिए ,बांटते रहिए और अपने दोस्तों को हमेशा अपनी अहमियत का एहसास कराते रहिए।
ब्लॉग अच्छा लगा तो कमेंट जरूर कीजिएगा और अपने दोस्तों के साथ शेयर कीजिएगा।


Comments

  1. Zindgi ki her problem main ,khushi main ,gam main, shukh main or dukh main ,achai main ya burai main jo kisi ka sath de usi ka nam dosti hai very nice megha♥️

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

बाबुल की चिड़िया

मेरा परिचय

संकल्प से सिद्धि