जब तक आप खुद पर भरोसा नहीं करते हो कोई आप पर क्यों भरोसा करेगा इसीलिए पहले खुद को समझो खुद का अवमूल्यन करो फिर आगे कुछ सोचो दूसरों से अपनी तुलना करके आप केवल अपना ही नुकसान करते हैं और कुछ नहीं तुम्हारे यह सोचने से क्या होगा कि दूसरे तुम से आगे निकल जाएंगे यह सोचने से सिर्फ समय बर्बाद होगा क्या तुम दूसरों की तरक्की में बाधक बनना चाहते हो यह सरासर गलत है जब तक दूसरों की खुशी में खुश नहीं होगे तब तक आप दूसरों के लिए अच्छा नहीं सोचते तब तक आप के लिए चीजें अच्छी कैसे हो सकती हैं जीवन में वही कामयाबी हासिल करते हैं जो दूसरों का भला सोचे और करें भी क्योंकि यही प्रकृति का नियम है जैसी भावना जैसी ऊर्जा बाहर की तरफ प्रेषित करेंगे वैसे ही भावनाएं आपकी और आकर्षित होंगे क्योंकि हमेशा उस चीज के बारे में चिंतन करें जिसे आप पाना चाहते हैं चिंतन से वह सकारात्मक ऊर्जा ब्रह्मांड में जाकर लौट कर वापस आपके पास ही आएगी इसीलिए भूल कर भी कभी दूसरों का इतना करें ना बोले ना सोचे दूसरे मेहनत कर रहे हैं तो तुम भी मेहनत करो क्यों बात में जलन ईशा के बाद से ग्रसित होकर मन को दुखी कर रहे हो खुद मेहनत करो भरोसा रखो औ...